'जीवन अनुचित नहीं है, जीवन वही है, जिसे आप बनाते है। ( अच्छा या बुरा ) 'Hrithik Roshan
जो दूसरों की बुराई करते हैं , वे खुद निंदित होते हैं। Rigved
आदमी को चाहिए कि बुराई के बजाय, भलाई का रास्ता अपनाएं भलाई, करने वाले लोग लोक व परलोक, दोनों में ही सुख से रहते हैं। Lord Buddha
बुराई कितनी भी बड़ी , क्यू न हो जाए , अच्छाई के सामने , हमेशा छोटी ही रहती है I BK SHIVANI
बुराई इसलिए नहीं बढ़ रही है कि , बुरे लोग बढ़ गए है , बल्कि बुराई इसलिए बढ़ रही है , क्योंकि बुराई सहन करने वाले , लोग बढ़ गये है। Bhagat Singh
कहते हैं बुरा वक़्त, सबका आता हैं, कोई निखर जाता हैं, कोई बिखर जाता हैं।